क्या आप लेना चाहते हैं होम लोन? ऐसे बढ़ाएं लोन मिलने की संभावना
बैंक/ एचएफ़सी आवेदक की इनकम, क्रेडिट स्कोर, भुगतान क्षमता आदि के आधार पर होम लोन एप्लीकेशन को मंज़ूरी देते हैं। इन शर्तों पर खरा ना उतरने पर होम लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकता है। यहाँ कुछ तरीके बताएं गए हैं, जिन्हें फॉलो करके पहली बार होम लोन लेने वाले आवेदक अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं और साथ ही लोन मंजूरी की संभावना भी। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में:
EMI भुगतना क्षमता पर विचार करें
होम लोन लेने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपकी भुगतान क्षमता होती है। बैंक उन्ही को लोन देना पसंद करते हैं जो अपनी इनकम का 50-60% वर्तमान और नए लोन की EMI में खर्च करते हैं, इसे EMI/NMI रेश्यो भी कहते हैं। इससे ज़्यादा EMI/NMI रेश्यो होने पर लोन मंज़ूर होने की संभावना कम होती है या कम लोन राशि मिलती है। जिन लोगों का रेश्यो ज़्यादा है, वो अपने मौजूदा लोन की प्री-पेमेंट/ फोर-क्लोज़ करके अपने चल रहे लोन को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, लम्बी भुगतान अवधि चुनकर, ज़्यादा डाउन पेमेंट करके भी अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं।
ज़्यादा डाउन पेमेंट दें
बैंक/ एचएफ़सी खरीदी जा रही प्रॉपर्टी के मूल्य का जितना प्रतिशत लोन देते हैं, उसे LTV रेश्यो कहते हैं। बाकी का पैसा होम लोन आवेदक को खुद डाउन पेमेंट के रूप में देना होता है। LTV रेश्यो कितना होगा, ये इस पर निर्भर करता है कि बैंक होम लोन आवेदक को कितना जोखिमभरा मानता है। जो होम लोन आवेदक ज़्यादा डाउन पेमेंट देते हैं उनकी लोन मंज़ूरी संभावनाएं उतनी ज़्यादा बढ़ जाती हैं, क्योंकि डाउन पेमेंट जितनी ज़्यादा होगी बैंक के लिए भी जोखिम उतना ही घट जाएगा। कुछ बैंक तो ज़्यादा डाउन पेमेंट करने वाले आवेदकों को कम ब्याज दरों पर भी लोन ऑफर करते हैं।
लेकिन अपने इमरजेंसी फंड या ज़रूरी वित्तीय उद्देश्यों के लिए किये गए निवेश का उपयोग डाउन पेमेंट के लिए ना करें। ऐसा करने से, भविष्य में मजबूरन आपको किसी आर्थिक इमरजेंसी या वित्तीय उद्देश्य के लिए ज़्यादा ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ सकता है।
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लोन अप्लाई करने से पहले क्रेडिट स्कोर चेक करें
बैंक होम लोन एप्लीकेशन का मूल्यांकन करते समय क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर ध्यान देते हैं। 750 या उससे ज़्यादा का क्रेडिट स्कोर लोन मंज़ूरी की संभावनाएं बढ़ाने के साथ साथ कम ब्याज दर भी दिला सकता है। इसलिए, होम लोन अप्लाई करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर चेक करना चाहिए। अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है, तो उसमें सुधार के लिए सही कदम उठाएं।
कई होम लोन ऑफर की तुलना करें
होम लोन की ब्याज दरें, प्रोसेसिंग फीस, भुगतान अवधि और अन्य लागत विभिन्न बैंकों में अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए, लोन लेने से पहले जितने हो सकें उतने बैंकों की तुलना करें। लोन के लिए सबसे पहले उस बैंक में पता करें जिसमें आपका डिपॉज़िट या क्रेडिट अकाउंट है, क्योंकि कई बैंक अपने मौजूदा ग्राहकों को बेहतर ब्याज दरों पर लोन ऑफर करते हैं। इसके बाद, फाइनेंशियल मार्केट पोर्टल पर जाएं और विभिन्न बैंकों के लोन ऑफर की तुलना करें। इससे आपको न्यूनतम ब्याज दर, पर्याप्त भुगतान अवधि और लोन राशि के आधार पर सबसे बेहतर लोन ऑफर ढूँढने में मदद मिलेगी।
लोन योग्यता बढ़ाने के लिए को-एप्लिकेंट
अपर्याप्त इनकम, कम क्रेडिट स्कोर, ज़्यादा EMI/NMI रेश्यो उन मुख्य कारणों में से हैं, जिनके चलते होम लोन एप्लीकेशन नामंज़ूर हो जाती है। आवेदक अपने परिवार के किसी कमाऊ सदस्य को होम लोन एप्लीकेशन में को-एप्लिकेंट बनाकर अपनी होम लोन योग्यता बढ़ा सकते हैं, विशेषकर उन लोगों को जिनकी इनकम स्थिर है और अच्छा क्रेडिट स्कोर है। को-एप्लिकेंट से ज़्यादा लोन राशि प्राप्त करने की संभावना भी बढ़ जाती है और महिला को-एप्लिकेंट बनाने से कुछ बैंकों से लोन ब्याज दरों में 0.05% की रियायत भी मिल सकती है।