दिवाली की शॉपिंग के चलते कहीं बढ़ ना जाएं आर्थिक बोझ, बचने के लिए इन 5 टिप्स को फॉलों करें
त्योहारों का महीना आ चुका है। ऐसे समय में जमकर खरीदारी करना लाज़मी है। इस बात को ई-कॉमर्स वेबसाइट्स और ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स अच्छी तरह समझते हैं और खरीदारी पर कस्टमर्स को कई सारे लुभावने ऑफर्स प्रदान करते हैं। बहुत से कस्टमर्स इन ऑफर्स के लालच में आकर ज़रूरत से ज़्यादा खर्च कर डालते हैं और बाद में पछताते हैं। ऐसे में, इस त्योहारी सीजन में,आप कैसे ज़्यादा से ज़्यादा लाभ कमाने के साथ कर्ज़ बोझ बच सकते हैं, इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है:-
बजट बनाएं और उसका पालन करें
त्योहारों के आने से पहले ही घर की सजावट से लेकर गिफ्ट्स और कपड़ों की खरीदारी जैसे तमाम खर्चों की लिस्ट बनकर तैयार हो जाती है। यकीनन त्योहारों के दौरान ज़रूरी खरीदारी को नकारा नहीं जा सकता। लेकिन इन खर्चों को सही तरीके से मैनेज न करना आपके जेब पर भारी पड़ सकता है। इसलिए फिज़ूलखर्ची से बचने के लिए एक बजट बनाना और उसके मुताबिक से खर्च करना ज़रूरी है। पता करें कि आपको कौन-कौन सी चीज़ों की ज़रूरत है, उस पर कुल कितना खर्च आएगा। आप खर्च की एक लिमिट सेट कर सकते हैं जैसे- आप अपनी मासिक सैलरी में से सिर्फ 5% ही त्योहारों की शॉपिंग पर खर्च करेंगे। ऐसा कर आप ओवरस्पेंडिंग से बच सकते हैं। ओवरस्पेंडिंग के बचने का एक और तरीका है अपने खर्चों को ट्रैक करना। इसके लिए आप बजटिंग एप्लीकेशन्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बेस्ट शॉपिंग ऑफर का पता लगाएं
फेस्टिव सीजन के दौरान ई-कॉमर्स वेबसाइट और रिटेलर कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए कई ऑफर्स देते हैं। लेकिन इन लुभावने ऑफर्स में कई बार घालमटोल होता है। वो ऐसे कि कई बार किसी प्रोडक्ट पर 50% से 70% तक का फेस्टिव डिस्काउंट तो दिया जाता है, लेकिन इसके बावजूद उसकी असल कीमत में ज़्यादा फर्क नहीं होता। ऐसे में, इस तरह के फेक ऑफर्स को पहचानने के लिए, जो प्रोडक्ट खरीदाना चाहते हैं उसकी फेस्टिव ऑफर से पहले की कीमत पर नज़र रखें। देखें कि क्या वाकई उस प्रोडक्ट पर छूट दिया जा रहा है या नहीं। कहीं कोई दूसरा प्लेटफॉर्म उस प्रोडक्ट पर इससे ज़्यादा का डिस्काउंट तो नहीं दे रहा। इसके लिए उस प्रोडक्ट की कीमत की तुलना अन्य प्लेटफॉर्म या रिटेल स्टोर्स से करें और जहां बेस्ट ऑफर मिल रहा हो वहां से खरीदारी करें।
रिटेलर से शॉपिंग करते समय डिस्काउंट मांगना न भूलें
ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले कस्टमर के पास सिर्फ प्रोडक्ट की कीमत की तुलना अन्य प्लेटफॉर्म से करने का विकल्प रहता है जिससे वह बेस्ट ऑफर या डिस्काउंट का लाभ उठा सके। लेकिन वो सिर्फ उतना ही ऑफर या डिस्काउंट का लाभ उठा सकता है जितना उसे संबंधित प्लेटफॉर्म पर ऑफर किया जा रहा हो। लेकिन ऑफलाइन शॉपिंग में आपको कीमत को लेकर मोल-भाव करने का मौका मिलता है। ऐसा कर प्रोडक्ट की कीमत में 10-15 फीसदी तक का डिस्काउंट पाने की संभावना रहती है। हालांकि, खरीदारी करने से पहले ई-कॉमर्स वेबसाइट से इसकी तुलना ज़रूर करें।
बाई-नाउ-पे-लेटर (BNPL) का इस्तेमाल करने से बचें
त्योहारों के दौरान खरीदारी करते समय BNLP जैसी योजनाओं का इस्तेमाल करते समय सावधानी रखनी चाहिए। क्योंकि अगर आप इस सुविधा का इस्तेमाल करने के बाद तय समय में भुगतान करने से चुक जाते हैं, तो आपको भारी भरकम पेनल्टी का भुगतान करना पड़ सकता है। यह पेनल्टी आगे चलकर आपको कर्ज़ के जाल में फंसा सकती है। इसलिए इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। अगर इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो इसकी ब्याज दरों, पेनल्टी आदि से जुड़ी शर्तों को अच्छी तरह से पढ़-समझ लें।
को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के ज़रिए अतिरिक्त ऑफर्स का लाभ उठाएं
को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड में किसी खास प्रोडक्ट या प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त डिस्काउंट्स और ऑफर दिए जाते हैं। उदाहरण के लिए, अमेज़न और फ्लिपकार्ट से को-ब्रांडेड कार्ड जैसे- अमेज़न पे ICICI क्रेडिट कार्ड और फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड के ज़रिए शॉपिंग करने पर उपयोगकर्ता को अतिरिक्त डिस्काउंट दिया जाता है। ऐसे में खरीदारी के लिए उसी कार्ड का इस्तेमाल करें जो संबंधित प्लेटफॉर्म या ब्रांड में डिस्काउंट ऑफर करता हो। लेकिन क्रेडिट कार्ड का इ्स्तेमाल भी एक लिमिट में करना चाहिए। इसका ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल आपको कर्ज़ में डुबा सकता है।
वहीं अगर आप फेस्टिव सीजन के दौरान कोई बड़ी खरीदारी करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो उसके लिए पहले से ही बचत करना शुरू कर दें। इसके लिए हर महीने अपनी इनकम का एक हिस्सा ऐसे खर्चों के लिए बचाएं। जिससे क्रेडिट कार्ड में आपकी निर्भरता कम हो सके।
निष्कर्ष
इस तरह आप समझ गए होंगे कि कैसे आप बिना बजट बिगाड़े अपने त्योहारों की शॉपिंग कर सकते हैं। हमेशा शॉपिंग करते समय आपको किस चीज़ की ज़रूरत है और आप क्या खरीदना चाहते हैं, इन दोनों के फ़र्क को न भूलें। सामान खरीदने से पहले उसकी कीमत की तुलना दो-तीन जगह पर करें। ऑफर्स के चक्कर में आकर अतिरिक्त खर्च करने से बचें। और सबसे ज़रूरी बात है एक बजट ज़रूर बनाएं।