फाइनेंशियल प्लानिंग

फेस्टिव सीजन के दौरान ले रहे हैं लोन, भूलकर भी न करें इन 5 बातों को इग्नोर

फेस्टिव सीजन के दौरान ले रहे हैं लोन, भूलकर भी न करें इन 5 बातों को इग्नोर
Bharti
Bharti

त्योहारी सीजन के दौरान खरीदारी काफी बढ़ जाती है। इस दौरान घर, कार से लेकर कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट की खरीद काफी शुभ मानी जाती है, जिस वजह से खर्चा भी बहुत बढ़ जाता है। त्योहारों में होने वाले इन खर्चों को मैनेज करने के लिए बहुत से लोग लोन लेते हैं। साथ ही, बैंक और लोन संस्थान भी कस्टमर को लुभाने के लिए लोन पर कई ऑफर्स प्रदान करते हैं। ऐसे में अगर आप भी फेस्टिव सीजन के दौरान लोन लेने का प्लान बना रहे हैं, तो इस दौरान काफी विचार-विमर्श करने के बाद फैसला लें क्योंकि ज़रा-सी लापरवाही आपको नुकसान में डाल सकती है। इससे बचने के लिए आपको इस लेख में बताई गई बातों का ध्यान रखना होगा :-

सोच-समझकर बजट बनाएं

फेस्टिव सीजन के समय मिलने वाले ऑफर्स आपको ज़रूरत से ज़्यादा खर्च करने पर मजबूर कर सकते हैं। जिसका असर आपकी जेब पर पड़ सकता है। ऐसे में, एक ऐसा बजट जो आपकी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया हो आपको आर्थिक बोझ से बचा सकता है। एक बजट बनाने का एक फायदा यह भी होगा कि आप समझ पाएंगे कि आखिर आपको कितनी रकम की ज़रूरत है, जो आपको ज़रूरत से ज़्यादा लोन लेने से बचाएगा। बजट बनाने के साथ ही उसे अनुशासित रूप से फॉलो करना भी ज़रूरी है।

लोन ऑफर्स की तुलना करें

लोन लेना और उसे चुकाना एक बड़ी वित्तीय ज़िम्मेदारी है इसलिए लोन ऑफर चुनते समय कभी भी जल्दबाज़ी न करें। बैंक और लोन संस्थान कई बार कम ब्याज दरों पर लोन जैसे ऑफर्स पेश करते है, लेकिन वे छिपे हुए चार्ज़ेस की जानकारी कस्टमर्स को नहीं देते। इससे सस्ता लगने वाला लोन ज़्यादा फीस और चार्ज़ेस के चलते आपको नुकसान में डाल सकता है। इसलिए कोई भी लोन ऑफर चुनने से पहले उसकी तुलना विभिन्न बैंक और NBFCs के लोन ऑफर्स से करें। इसके साथ ही, लोन से जुड़े नियम और शर्तों और छिपे हुए फीस व चार्ज़ेस से संबंधित जानकारी को ध्यान से पढ़ें।

लोन अवधि का रखें ख्याल

बहुत से लोग सिर्फ इसलिए लंबी भुगतान अवधि चुन लेते हैं क्योंकि ऐसा करने पर उन्हें कम ईएमआई का भुगतान करना होता है। लेकिन वो इस बात को नज़रअंदाज कर देते हैं कि लंबी अवधि ब्याज के बोझ को बढ़ाती है। जिससे उन्हें लंबे टेन्योर के लिए अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। अगर आप अधिक ईएमआई का भुगतान करने में सक्षम हैं, तो कम अवधि के लिए लोन लेना बेहतर रहता है। लेकिन अगर आपकी इनकम कम है और भारी ईएमआई नहीं भर सकते हैं तो इस मामले में लंबी अवधि के लिए लोन लें। और जैसे-जैसे आपकी इनकम में इज़ाफा हो, वैसे-वैसे ईएमआई की रकम को बढ़ाने की कोशिश करें।

अपनी लोन भुगतान क्षमता को समझें

लोन लेने से पहले सुनिश्चित करें कि लोन भुगतान क्षमता आपकी मासिक इनकम और खर्चों के मुताबिक हो। अगर आप अपनी कैपेसिटी से ज़्यादा का लोन ले लेते हैं, तो आगे चलकर यही लोन आपको कर्ज़ के जाल में डाल सकता है। ऐसे में, तय करें कि लोन की ईएमआई इनकम और मासिक खर्चों के बाद बची रकम से कम हो। अगर इनकम का अधिकतर हिस्सा लोन की ईएमआई में जा रहा है, तो इससे आपके अन्य वित्तीय लक्ष्य जैसे- रिटायरमेंट सेविंग्स, बच्चों की पढ़ाई का खर्च और इमरजेंसी फंड आदि प्रभावित हो सकते हैं।

लोन का भुगतान ज़िम्मेदारी से करें

लोन लेने के बाद उसका ज़िम्मेदारी से भुगतान करना ज़रूरी है। समय से लोन की ईएमआई न चुकाने पर आपको पेनल्टी तो भरनी पड़ेगी। साथ ही, यह आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर डालेगा। क्रेडिट स्कोर कम होने पर आपको आगे चलकर कोई लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल आएगी। इसलिए लोन का समय से भुगतान करें। इसके लिए आप ऑटो पेमेंट जैसे विकल्प चुन सकते हैं, जिससे तय तारीख में ईएमआई आपके अकाउंट से डेबिट हो जाएगी।

 

अन्य ब्लॉग

शादी और त्योहारों के सीजन में सोने की मांग खासतौर पर...

Vandana Punj
Vandana Punj
फेस्टिव सीजन के दौरान ले रहे हैं लोन, भूलकर भी न करें इन 5 बातों को इग्नोर

त्योहारी सीजन के दौरान खरीदारी काफी बढ़ जाती है। इस ...

Bharti
Bharti
दिवाली की शॉपिंग के चलते कहीं बढ़ ना जाएं आर्थिक बोझ, बचने के लिए इन 5 टिप्स को फॉलों करें

त्योहारों का महीना आ चुका है। ऐसे समय में जमकर खरीदा...

Bharti
Bharti